चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने हवाई अड्डों पर काम करने वाले अमृतधारी सिख कर्मचारियों पर कृपाण पहनने पर प्रतिबंध लगाने की कड़ी निंदा करते हुए इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है । आज यहां से जारी एक प्रेस बयान के माध्यम से संधवान ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सिखों के धार्मिक प्रतीकों (चिह्नों) को पहनने पर प्रतिबंध एक गलत निर्णय है, जिसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग ने भी इस सिख विरोधी फैसले को वापस लेने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों, नस्लों और जातियों से भरा देश है। उन्होंने कहा कि जिस देश का संविधान प्रत्येक नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता देता है, उस देश में प्रत्येक नागरिक को धार्मिक प्रतीक या चिन्ह पहनने पर प्रतिबंध लगाना वैध निर्णय नहीं है।
संधवान ने कहा कि सिखों ने देश की आजादी की लड़ाई में असाधारण वीरता दिखाई है और देश व देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने कहा कि उसी देश के मौजूदा शासक सिखों के धार्मिक प्रतीक चिन्ह पहनने पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले सिखों के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप है, जिससे केंद्र सरकार को बचना चाहिए। स्पीकर संधवन ने केंद्र सरकार से इस फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लेने और हवाई अड्डों पर काम करने वाले अमृतधारी सिखों को धार्मिक चिन्ह कृपाण पहनने की आजादी देने की मांग की।