अमृतसर : तन्खाहिआ घोषित किए गए शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अकाल तख्त के जत्थेदार से फिर अपील की है कि उनके मामले पर विचार करें और इसे जल्द हल करें। उन्होंने पत्र लिखकर कहा था कि वह अकाल तख्त पर विनम्रता के साथ एक विनम्र सिख के रूप में उपस्थित होना चाहते हैं। सुखबीर बादल ने यह पत्र शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद लिखा था, लेकिन यह अब सार्वजनिक हो गया है। पत्र 18 नवंबर का है। सुखबीर ने उम्मीद जताई है कि चूंकि अकाल तख्त छठे पातशाह का पवित्र और पवित्र तीर्थ है, इसलिए वह (जत्थेदार) उनके अनुरोध को जरूर स्वीकार करेंगे।
उनका पत्र तख्त सचिवालय तक पहुंच गया है, जिसकी पुष्टि अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के मीडिया सलाहकार तलविंदर सिंह बुट्टर ने की है। सवाल यह है कि पंज सिंह साहिबों की बैठक कब होगी? जवाब में उन्होंने कहा कि इस संबंध में फैसला जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह लेंगे। इससे पहले सुखबीर ने खुद अकाल तख्त सचिवालय आकर पत्र दिया था और मामले पर जल्द विचार करने की अपील की थी। तन्खाहिआ घोषित होने के अगले ही दिन वह अकाल तख्त पहुंचे और माफीनामा सौंपा। इसी मामले में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने भी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से दो बार मुलाकात की और मामले पर जल्द विचार करने की अपील की।