पंजाब में खेतों में पराली को आग लगाने का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को राज्य में 65 स्थानों पर पराली जलाने के मामले सामने आए जिससे कुल संख्या 1,510 हो गई।
आंकड़ों के मुताबिक, 21 अक्टूबर को अमृतसर में 4, बरनाला में 1, फतेहगढ़ साहिब में 5, फरीदकोट में 2, फाजिल्का में 1, फिरोजपुर में 14, जालंधर में 1, कपूरथला में 2, मनसा में 2, पटियाला में 7, रूप नगर में २ और संगरूर में 8 जगहों पर पराली को आग लगाई गई है।
इस साल पराली जलाने के 438 मामलों के साथ अमृतसर पंजाब में सबसे आगे है, जबकि तरनतारन में भी पराली जलाने के मामले 311 तक पहुंच गए हैं। 188 के साथ पटियाला तीसरे स्थान पर है। 15 सितंबर से 21 अक्टूबर तक अमृतसर में 438, बरनाला में 9, बठिंडा में 6, फतेहगढ़ साहिब में 37, फरीदकोट में 4, फाजिल्का में 12, फिरोजपुर में 110, गुरदासपुर में 47, जालंधर में 17, कपूरथला में ६६ , मनसा में 27, मोगा में 10, श्री मुक्तसर साहिब में 4, एस.बी.एस. नगर में 2, पटियाला में 188, रूपनगर में 4, संगरूर में 138, तरनतारन में 311 और मालेरकोटला में 125 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं।
फिरोजपुर में पिछले साल के मुकाबले 9 जगहों पर ज्यादा पराली जलाई गई है, जबकि फाजिल्का में 4, गुरदासपुर में 30, संगरूर में 35, तरनतारन में 79, मालेरकोटला में 22 जगहों पर पराली जलाई गई है इसके साथ ही जिला फतेहगढ़ साहिब में पिछले साल से 6 स्थान कम, अमृतसर में 261, फरीदकोट में 19, जालंधर में 12, कपूरथला में 28, मानसा में 23, लुधियाना में 10, मोगा में 25, पटियाला में 14 स्थान कम हैं। शहर में पिछले साल के मुकाबले पराली में आग लगने के 32 मामले कम हुए हैं।