नंगल: पंजाब सरकार द्वारा राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए आज तीसरी अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की सबसे खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री ने खुद ग्राउंड लेवल पर आकर बच्चों और अभिभावकों से बातचीत की। मुख्यमंत्री नंगल के एक सरकारी कन्या स्कूल में पहुंचे, जहां बच्चों ने बैंड-बाजे के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मालविंदर सिंह कंग भी मौजूद थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री खुद क्लास में बैठे और बच्चों से बात की। मुख्यमंत्री ने स्कूल की कक्षाओं में जाकर बच्चों और अभिभावकों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसी बीच एक छात्रा की आंखें नम हो गईं, उक्त छात्रा ने कहा कि वह पंजाब सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के कारण शिक्षा प्राप्त कर रही है। वह एक गरीब परिवार से है और पढ़-लिखकर किसी बड़े पद पर पहुंचना चाहती है। वह पंजाब सरकार स्कूल ऑफ एमिनेंस से आगे बढ़ रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि अगर बच्चों को कोई सुविधा चाहिए तो बताएं, चाहे प्रयोगशाला स्तर पर हो या किसी अन्य स्तर पर।
इस मौके पर सरकारी स्कूल की शिक्षिका की बेटी ने कहा कि वह स्कूल ऑफ एमिनेंस में एडमिशन नहीं लेना चाहती थी। उन्हें चिंता थी कि स्कूल ऑफ एमिनेंस में पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं है, लेकिन जब यहां आईं तो देखकर हैरान रह गईं. यहां एल. ई. डी टीवी है। शानदार कक्षाएँ हैं, शिक्षण स्टाफ है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सपने सच हो रहे हैं। पंजाब में शिक्षा क्रांति आ रही है। पंजाब सरकार राज्य में 18 स्कूल ऑफ एमिनेंस तैयार कर रही है, जिनमें से 14 पूरी तरह से तैयार हैं और अगले 1-2 महीनों में शुरू हो जाएंगे।