जालंधर (Nav Time ) पंजाब के केबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने आज अपने साथियों सहित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान नूरमहल में नतमस्तक हो कर आशिर्वाद प्राप्त किया। जहां स्वामी सज्जनानंद जी ने मोहिंदर भगत का स्वागत किया।
इस मौके श्री मोहिंदर भगत ने कहा कि आशुतोष जी महाराज ने बडे़ ही धर्म की व्यवस्था बडे़ प्रभावशाली तथा उदार ढंग से की थी। वह कहते थे कि चिंता की बात ये है कि आज कुछ लोग दुराग्रह से वशीभूत होकर धर्म को अपने ढंग से परिभाषित कर समाज को दिगभ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। करुणा, संवेदना, दया सनातन धर्म के रूप स्वामी आशुतोष जी महाराज ने कहा कि हमारी संस्था मानव को मानव बनाने वाली है। इंसान को इंसानियत दिखाने वाली है। उसके कई स्वरूप हैं। करुणा, दया, संवेदना, उदारता, वात्सल्यता का व्यवहार सनातन धर्म से निकले हुए हैं। भले ही ये मनुष्य के निजी धर्म को परिभाषित करते हैं, लेकिन धर्म का ही स्वरूप हैं। इसी वजह से हम दूसरों के दुख से दुखी होते हैं, हमारे अंदर दया का भाव जागता है, मां के अंदर वात्सल्य की भावना होती है। हमारे धर्म की व्याख्या के अनुसार धर्म व्यक्ति को बंधन मुक्त करता है, लेकिन आज जो कुछ तथाकथित धर्म के ठेकेदार धर्म को निजी स्वार्थ, दुराग्रह वश समझाने का प्रयास कर रहे हैं । इस अवसर पर उनके साथ रवि भगत, कुलदीप गगन, रिटायर्ड एसपी सुखदेव सिंह मौजूद थे।