शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने किसानों के विरोध प्रदर्शन पर मंडी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है।
बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के खिलाफ टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया है कि इससे बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती है । इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि तीन निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शवों को लटकाया जा रहा है और बलात्कार हो रहे हैं।
कंगना रनौत की टिप्पणी पर उनके कांग्रेस शासित गृह राज्य की विधानसभा में तीखी बहस छिड़ गई क्योंकि सदन ने टिप्पणी की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों के हजारों किसान महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। चूंकि हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव होने हैं, इसलिए विपक्ष ने इस मुद्दे पर भाजपा सांसद पर निशाना साधा। आप के हरियाणा अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि इससे किसानों के प्रति भाजपा की ”मानसिकता” उजागर हो गई है