डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस पर लगाया धोखेबाज होने का आरोप

वॉशिंगटन: अमेरिका में चुनावी रैलियों के दौरान भीड़ असली है या नकली, यह सवाल तब गर्म होता नजर आया जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि कमला हैरिस के स्वागत के लिए डेट्रॉइट हवाईअड्डे पर इकट्ठा हुई भीड़ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया था। उधर, मीडिया रिपोर्ट्स में कमला हैरिस के स्वागत में जुटी भीड़ को असली बताया जा रहा है और ट्रंप की घटती लोकप्रियता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।ट्रंप ने रविवार को सोशल मीडिया के जरिए टिप्पणी करते हुए कहा कि कमला हैरिस ने धोखे से सब कुछ किया। कोई भी कमला हैरिस का इंतज़ार नहीं कर रहा था जबकि वीडियो में बड़ी भीड़ दिखाने की कोशिश की गई थी। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ने आगे कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी इसी तरह चुनाव जीतती रही है। ट्रंप ने यहां तक कह दिया कि फर्जी तस्वीरें तैयार करने के आरोप में कमला हैरिस को चुनाव मैदान से हटा देना चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी के दिनेश डिसूजा भी कमला हैरिस के आरोपों में शामिल हो गए और सवाल किया कि क्या तस्वीर असली लग रही है। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि विमान के पेंट में भीड़ की परछाई नहीं दिख रही है, जिससे पता चलता है कि भीड़ असली नहीं है. लेकिन असली-नकली में फर्क करने वाली कई अन्य वेबसाइटों ने वीडियो को 96 प्रतिशत सटीक रेटिंग दी है। स्पेक्ट्रम न्यूज ने कहा कि हवाई अड्डे पर निस्संदेह भीड़ थी और हजारों लोगों ने रैली में भाग लिया। इस रैली का दर्जनों समाचार चैनलों ने सीधा प्रसारण किया और बड़ी संख्या में राजनेता वहां मौजूद थे। ऐसे में भीड़ को फर्जी बताना किसी भी तरह से उचित नहीं है। घटनास्थल पर मौजूद फ़ोटोग्राफ़र भी ये दावा करते सुने गए कि भीड़ असली थी, जिन्होंने दावा किया कि विमान और भीड़ के बीच की दूरी काफ़ी थी और इसीलिए विमान पर भीड़ की परछाई नहीं दिखी।