अमृतसर : सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में बसंती रंग के निशान साहिब लटकने शुरू हो गए हैं। तख्तों के सिंह साहिबान द्वारा 15 जुलाई को शिरोमणि कमेटी को निशान साहिब की पोशाक का रंग बदलकर बसंती या सुरमई करने के दिए गए आदेश पर प्रशासन ने अमल करना शुरू कर दिया है। जत्थेदार रघबीर सिंह के आदेशों से शुक्रवार को सचखंड श्री हरमंदिर साहिब की परिक्रमा में स्थित श्री अकाल तख्त साहिब से सटे दो निशान साहिबों पर बसंती रंग की पोशाकें पहनाई गई हैं। जो मीरी-पीरी के सिद्धांत को दर्शाती हैं। सचिव प्रताप सिंह के अनुसार बाकी गुरुद्वारा साहिबों के प्रबंधन को उक्त प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि सिख शिष्टाचार और शिष्टाचार के अनुसार, निशान साहिब को केसरिया रंग के बजाय बसंती या सुरमई रंग की पोशाक पहनने का निर्देश दिया गया था, जिसके बाद 26 जुलाई को बलविंदर सिंह सचिव धर्म प्रचार कमेटी ने गुरुद्वारा साहिबों को आवश्यक आदेश जारी किए थे ।
पिछले दिनों शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने एक सर्कुलर जारी कर कहा था कि गुरुद्वारा साहिबों द्वारा पहने जाने वाले निशान साहिब की पोशाक का रंग बसंती या सुरमई होना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह के नेतृत्व में 15 जुलाई को हुई बैठक में पांच सिंह साहिबों ने निर्णय लिया था कि गुरुद्वारा साहिबों में पहने जाने वाले निशान साहिब की पोशाक बसंती या सुरमई होनी चाहिए। इस संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को पत्र भेजकर संगत को इस बारे में जागरूक करने को कहा है।