
अमृतसर : दबुर्जी इलाके में NRI के घर में घुस कर गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरकीरत सिंह पुत्र सतनाम सिंह निवासी बुटरां, सुखविंदर सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी ढिल्लवां और सुखविंदर सिंह साबी पुत्र अमरजीत सिंह निवासी गांव बुटरां के रूप में हुई है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि एन.आर.आई. सुखविंदर सिंह के साले ने करीब पांच महीने पहले फोन पर बातचीत के दौरान गुरकीरत सिंह को बताया था कि वह अपनी बहन की मौत का बदला सुखचैन सिंह से लेना चाहता है. करीब दो माह पहले गुरकीरत को सुखचैन सिंह का घर दिखाया गया और सुखविंदर सिंह ने तीन पिस्तौलें बंदोबस्त करवाई ।
इसके बाद ये तीनों पिस्तौल लेकर अमृतसर आए और अलग-अलग होटलों में रुके और गुरकीरत सिंह और सुखविंदर सिंह कार एजेंसी के कर्मचारी बनकर सुखचैन सिंह के घर गए और सुखविंदर सिंह को निगरानी के लिए गली में खड़ा कर दिया. फिर वारदात को अंजाम देने के बाद उन्होंने मोटरसाइकिल को गुरुद्वारा खडूर साहिब की पार्किंग में खड़ा कर दिया और होशियारपुर चले गए।
कमिश्नर ढिल्लों ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर, होशियारपुर पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस ने प्रोफेशनल पुलिसिंग के तहत एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान इन्हें पकड़ा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जब पुलिस पार्टी पिस्तौल बरामद करने गई तो गुरकीरत सिंह और सुखविंदर सिंह ने तुरंत पुलिस को चकमा दे दिया और पुलिस पार्टी पर गोलियां चला दीं, जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग कर दी , उन्हें गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कमिश्नर ढिल्लों ने बताया कि उनका सौदा 15 लाख रुपये में हुआ था, जिसके अब तक उन्हें 85 हजार रुपये बाहर से मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि ये दोनों आरोपी पेशेवर अपराधी हैं और इनके खिलाफ एनडीपीएस, पूर्व नियोजित हत्या और चोरी के कई मामले दर्ज हैं।