
चंडीगढ़ : पंजाब के साथ-साथ चंडीगढ़ में भी हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। स्थिति यह है कि राजधानी की हवा विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO) के मानकों से 6 गुना अधिक प्रदूषित है। चंडीगढ़ लगातार रेड जोन में चल रहा है। जबकि पंजाब के अमृतसर में हवा की गुणवत्ता 200 से ऊपर बनी हुई है और ऑरेंज जोन में है। इसके साथ ही पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में भी कोहरे का असर देखने को मिला, जहां विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है।
पंजाब में बढ़ते वायु प्रदूषण ने राज्य के कई शहरों को बुरी तरह प्रभावित किया है। औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) डेटा से पता चलता है कि राज्य के प्रमुख शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए स्थिति चिंताजनक है।राज्य के 23 जिलों में प्रदूषण के स्तर की जांच के लिए अमृतसर, बठिंडा, जालंधर, खन्ना, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़, पटियाला और रूपनगर में आठ केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन 8 केंद्रों में से 5 में AQI 200 से अधिक है, जबकि तीन केंद्रों में AQI 140 और 179 के बीच है।